Damoh: दमोह जिले के तेंदूखेड़ा तहसील के वार्ड क्रमांक 12 में रविवार की रात एक कच्चे मकान का छप्पर गिर गया, जिससे नीचे सो रहा मकान मालिक जुम्मन शेख मलबे में दब गया और उसे करंट भी लगा। स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए तेंदूखेड़ा स्वस्थ केंद्र भेजा, जहां प्राथमिक इलाज के बाद जबलपुर रेफर किया गया।
दमोह जिले के तेंदूखेड़ा तहसील के वार्ड क्रमांक 12 में रविवार की रात एक कच्चे मकान का छप्पर गिर गया, जिससे नीचे सो रहा मकान मालिक जुम्मन शेख मलबे में दब गया और उसे करंट भी लगा। स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए तेंदूखेड़ा स्वस्थ केंद्र भेजा, जहां प्राथमिक इलाज के बाद जबलपुर रेफर किया गया।
रात दस बजे हुआ हादसा
नगर के वार्ड बारह में अचानक दस बजे के एक कच्चे मकान की छत अपने आप गिर गई। उसी छत के नीचे घर का मुखिया जुम्मन शेख अकेला सो रहा था, जो मलबे में दब गया। बिजली की डोरी भी टूट गई और युवक को करंट लग गया और वह बेसुध हो गया। आसपास रहने वाले लोग मोके पर पहुंचे और युवक को मलबे से बाहर निकाला और इलाज के लिए प्राथमिक स्वस्थ केंद्र लेकर पहुचे। जहां इलाज के बाद जबलपुर रिफर किया गया।
बच्चे और पत्नी थी बाहर
जिस समय हादसा हुआ जुम्मन की पत्नी और बच्चे घर के बाहर थे। तभी अचानक कच्चे मकान की छत पर छाई सीमेंट की सीट गिर गई और जुम्मन उसमें दब कर बेहोश हो गया। घटना देख परिवार के लोगों ने आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई जबाब न आने के बाद चीखना शुरू कर दिया। उसके बाद आसपास के लोग एकत्रित हुये और सीमेंट को सीटे हटाकर जुम्मन को बेहोसी की हालत में तेंदूखेड़ा स्वास्थय केंद्र ले गये। जहां होश आ गया पर कुछ बोल नहीं पा रहा था। इसलिए डाक्टरों ने उसे अच्छे इलाज के लिए जबलपुर रिफर कर दिया।
जुम्मन की पत्नी बबली ने बताया की कई वर्षों से वह कच्चे मकान में रहते हैं। उसकी तीन मासूम बेटियां और एक वर्ष का बेटा है। घटना के समय बेटियां पड़ोसी के घर पर थी और वह अपनी सास के घर में थी। दिन में मजदूरी करके आया जुम्मन अन्य दिनों की तरह रविवार की रात भी अपने कच्चे मकान मे सो गया और उस पर छप्पर गिर गया। स्वस्थ केंद्र ले जाने के बाद उसके शरीर का स्वस्थ परीक्षण हुआ तो पता चला कि मकान की छत गिरने के साथ बिजली सप्लाई की डोरी भी गिर गई थी और जुम्मन को करेंट का झटका लग गया था। जिसके कारण उसका शरीर शून्य हो गया है। छत गिरने के बाद अंदर रखी पूरी सामग्री नष्ट हो गई है