प्लाटून कमांडर प्राची दुबे ने बताया कि एसडीआरएफ टीम के साथ ही 300 वालंटियर की टीम दमोह जिले के लिए तैयार की गई है। मानसून के पहले यह दूसरा प्रशिक्षण दिया है, ताकि जिले में कहीं भी यदि आपदा आती है तो यह वालंटियर टीम का पूरा सहयोग करेंगे।
दमोह में होमगार्ड विभाग की एसडीआरएफ टीम के द्वारा मानसून के पहले बाढ़ आपदा मित्रों को आपदा के समय लोगों की जान बचाने का प्रशिक्षण दिया गया। स्थानीय राजनगर तालाब में एसडीआरएफ प्लाटून कमांडर की मौजूदगी में इन वालंटियर को कई प्रकार के प्रशिक्षण दिए गए। ताकि आगामी मानसून के समय में जिले में कहीं भी बाढ़ आपदा आती है तो यह वालंटियर एसडीआरएफ की टीम का पूरा सहयोग करेंगे।
बता दें कि सुबह करीब सात बजे एसडीआरएफ के जवानों के साथ यह 300 वालंटियर राजनगर तालाब पहुंचे। इसके बाद एसडीआरएफ टीम प्रभारी प्राची दुबे के द्वारा उन्हें एक-एक कर सभी चीजों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। जैसे नाव में हवा भरना, नाव में बैठकर किस प्रकार से पानी में जाकर लोगों की जान बचाना, किस प्रकार से सीपीआर देना, पानी में डूबे हुए व्यक्ति को किस प्रकार से बाहर निकाला इसके अलावा और भी जानकारियां दी
प्लाटून कमांडर प्राची दुबे ने बताया कि एसडीआरएफ टीम के साथ ही 300 वालंटियर की टीम दमोह जिले के लिए तैयार की गई है। इन्हें मानसून के पहले यह दूसरा प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि जिले में कहीं भी यदि आपदा आती है तो यह वालंटियर एसडीआरएफ की टीम का पूरा सहयोग करेंगे। इन्हें आपदा से निपटने का सभी प्रकार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आगामी समय जब मानसून के दौरान कोई भी कोई आपदा आएगी तो एसडीआरएफ की टीम के साथ यह बाल मित्र जिन्हें वालंटियर भी कहा जाता है सहयोग करने के लिए मौके पर पहुंचेंगे। सबसे बड़ी बात है यह की इन वालंटियरों में युवतियों की संख्या भी काफी अधिक है, जो एसडीआरएफ टीम के साथ पूरा सहयोग करेंगी