मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि भाजपा सरकार के राज में लाड़ली बहनों और महिलाओं के बाद अब निरंतर बाल यौन शोषण के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। मासूमों के साथ हो रहे यौन शोषण ने उनकी सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अभिभावक परेशान है। दहशत में है। ये घटनाएं शर्मसार करने वाली है। इससे स्कूल और स्कूल वैन में बच्चों के साथ शोषण की कई घटनाएं सामने आई हैं
श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि हालात इतने खराब हो गए हैं कि अब परिजन छोटे बच्चे, बच्चियों की स्कूलों में निगरानी करने को मजबूर हुए हैं। वह इन्हें अकेला नहीं छोड़ रहे हैं। पिछले 4 दिनों में अकेले भोपाल में बाल यौन शोषण के तीन मामले सामने आए हैं। एक मामले में स्कूल शिक्षक ने छात्र को धमका कर उसकी आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर ली
दूसरा मामला
5 साल की लड़की का स्कूल वैन चालक ने यौन शोषण किया। इसी तरह एक अन्य मामला भी 3 साल की लड़की के साथ उसके टीचर द्वारा यौन शोषण करने का है। दूसरी ओर टीकमगढ़ में 7 साल की लड़की का यौन शोषण किया गया। इस तरह के मामले सामने आने के बाद लोगों में आक्रोश है। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि बाल यौन शोषण मामलों से वह और समूची महिला कांग्रेस काफी आहत है। कानून का कोई खौफ नहीं होने से बच्चों के साथ ऐसी घटनाएं घटना सरकार की विफलता और कर्तव्यों के प्रति उदासीनता को प्रदर्शित करती है। इन घटनाओं से पता लगता है कि अब लाड़ली बहनों, महिलाओं की तरह भाजपा के राज में मासूम भी असुरक्षित हैं। श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि यह घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर कर देती है- अगर स्कूल जैसी जगह पर भी मासूम सुरक्षित नहीं हैं, तो अभिभावक किसके भरोसे अपने बच्चों को स्कूल भेजें…? आखिर भाजपा की मोहन यादव सरकार मासूमों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल क्यों हो रही है? श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी स्पष्ट रूप से बताएं कि मध्य प्रदेश में कब बच्चे बिना डर के घर से बाहर निकल पाएंगे? स्कूल जा पाएंगे? स्कूलों में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस गंभीर और अत्यंत संवेदनशील मुद्दे पर महिला कांग्रेस शांत नहीं बैठेगी। वहीं, श्रीमती विभा पटेल ने राज्य बाल आयोग एवं मध्य प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग की चुप्पी पर भी हैरानी जताई है