छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को निःशुल्क बंटने वाली किताबों के पेपर मिल के गोदाम में मिलने के मामले को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बेहद गंभीरता से लिया है। सीएम सचिवालय के सूत्र ने संकेत दिए हैं कि, आने वाले 48 घंटों में शिक्षा विभाग और पापुनि के अधिकारियों कर्मचारियों पर बड़ी कार्यवाही हो सकती है।
सरकार ने बनाई जाँच समिति
राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में नि शुल्क बंटने वाली किताबों के पेपर मिल के गोदाम में मिलने के मामले की जाँच के लिए पाँच सदस्यीय समिति बनाई है। रायपुर के सिलतरा स्थित एक पेपर मिल के गोदाम में सरकारी स्कूलों में बच्चों को बंटने वाली किताबें कैसे पहुँची और इस मसले पर कौन कौन दोषी है इसे लेकर यह जाँच समिति रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी
शांत और मृदुभाषी सीएम साय बेहद कुपित
छत्तीसगढ़ के बच्चों को बंटने वाली किताबें जो कि सर्व शिक्षा अभियान की थीं जो कि पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा प्रकाशित कराई गई थीं। हर वर्ष इन किताबों का प्रकाशन होता था कितनी किताबों का प्रकाशन हो इसके लिए स्कूल में दर्ज छात्र संख्या का स्वाभाविक रुप से ध्यान रखा जाना होता है शिकायतें कई बार ऐसी भी आती हैं कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को पाठ्यक्रम के लिए निःशुल्क बंटने वाली किताबें नहीं मिल रही हैं वहीं दूसरी ओर किताबें रद्दी में या कबाड़ी के यहाँ या गोदाम में मिल रही हैं। इन कारणों से सीएम विष्णु देव साय बेहद नाराज़ हो गए हैं सीएम सचिवालय ने संकेत दिए हैं कि आने वाले 1-2 दिनों में बेहद गंभीर कार्यवाही हो सकती है जिसकी जद में कई अधिकारी कर्मचारी आ सकते हैं सूत्र ने बताया है कि सीएम साय ने कहा है कि यदि इस मामले में किसी भी प्रकार का कोई नैक्सस है तो उसको पूरी ताक़त से शून्य कर दिया जाए