Encounter: मथुरा पुलिस हिरासत से फरार अपराधी मुठभेड़ में ढेर… बुजुर्ग से दुष्कर्म और लूट का आरोपी था मनोज

मथुरा में पुलिस ने एक अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराया है। अपराधी पर लूट और दुष्कर्म का आरोप था। आरोपी पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था।

मथुरा जिला अस्पताल में पुलिस को चकमा देकर शुक्रवार सुबह फरार हुआ दुष्कर्म और लूट का आरोपी मनोज उर्फ उत्तम देर रात को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। महावन थाना क्षेत्र के दलौता-सेई मार्ग पर देर को पुलिस को उसके आने की सूचना मिली थी

थाना महावन व थाना शेरगढ़ पुलिस व एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए लौहालारी माता देवी मंदिर के पास घेराबंदी की। बाइक से आया अपराधी घेराबंदी देख पुलिस पर फायरिंग करने लगा। पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह ढ़ेर हो गया।

शुक्रवार को उसके फरार होने पर आईजी आगरा के स्तर से उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। बता दें कि थाना महावन व थाना शेरगढ़ पुलिस व एसओजी टीम की संयुक्त कार्रवाई में बृहस्पतिवार देर रात को लुटेरा/दुष्कर्म के अभियोग में वांछित मनोज उर्फ उत्तम पुत्र चंद्रभान निवासी मई, शेरगढ़ को मुखबिर की सूचना पर जगदीशपुर अंडरपास, यमुना एक्सप्रेस-वे पर घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया था

घेराबंदी के दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग की। पुलिस की जवाबी फायरिंग में मनोज के पैरों में गोली लगी थी। देर रात तीन बजे करीब पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां इमरजेंसी में 12 नंबर बेड पर उसे रखा गया था। सुबह आरोपी मनोज की मां भी जिला अस्पताल पहुंच गई थी।

सुबह 11 बजे करीब मनोज को पुलिसकर्मी शौच कराने ले गए। शौचालय के अंदर छोड़ने के बाद गेट पर पहरा देने के बजाए हेडकांस्टेबल आनंद प्रताप और नेपाल सिंह वार्ड में कुर्सी पर आकर बैठ गए। वहां दोनों पुलिसकर्मी उसके लौटने का इंतजार कर रहे थे। तभी वह फरार हो गया।

एसओ महावन आशा चौधरी ने शहर कोतवाली में फरार मनोज व हेडकांस्टेबल आनंद प्रताप और नेपाल सिंह पर मुकदमा दर्ज कराया था। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मनोज पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। वह शातिर किस्म का अपराधी था। लिफ्ट देने के बहाने महिलाओं से दुष्कर्म व लूट की वारदात करता था।

 

 

 

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