भाजपा के दलालों के साथ थाने में प्रवेश न करें,आदेश अनुसार समस्त स्टाफ नरयावली थाना, इस तरह के पोस्टर सागर जिले के नरयावली ग्राम पंचायत में थाने के चारों तरफ लगा दिए गए हैं. जिसे पढ़कर हर भाजपा कार्यकर्ता का माथा घूम रहा है. इलाके में ये पोस्टर चर्चा का विषय बने रहे हैं कि आखिर किसके द्वारा यह पोस्टर चिपकाए गए हैं. क्या पुलिस ने इनको लगवाया है. अगर लगवाया है तो क्यों लगवाया है. क्या पुलिस भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से परेशान हो गई है. कहीं ये लोकसभा चुनाव से पहले कोई षड्यंत्र तो नहीं है. इस तरह के सवाल इस पोस्टर को देखने के बाद स्थानीय लोगों की जुबान पर उठ रहे हैं.
कुछ स्थानीय नेताओं ने थाना प्रभारी से इस संबंध में बातचीत की तो उन्होंने जांच करने की बात कही. वहीं शाम होते होते स्थानीय पुलिस द्वारा एक लाइन की सूचना जारी कर इसे असामाजिक तत्वों का काम बता दिया गया. भाजपा नेताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यवाही की मांग की है. जिस पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस प्रकार के धार्मिक स्थल और दुकानों पर पोस्टर लगाकर भारतीय जनता पार्टी और कार्यकर्ताओं का अपमान किया गया है.
बीजेपी नेताओं ने कहा है कि इसे बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा. यदि कार्रवाई नहीं होती है तो फिर सभी कार्यकर्ता अपने मान सम्मान के लिए धरना प्रदर्शन करेंगे. लेकिन बात यह है कि जिस किसी भी अज्ञात शरारती तत्व के द्वारा पोस्टर लगाए गए हैं उसका नाम सामने आना चाहिए.
पुलिस ने बताया असमाजिक तत्वों का काम
नरयावली थाने से एक पत्र सोशल मीडिया में जारी किया गया है. जिसमें लिखा है कि कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा पुलिस की छवि धूमल करने के लिए नगर में और आसपास पोस्टर लगाए गए हैं. जिसकी जांच शरू की गई है. इस तरह के विवादित पोस्टर लगाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया की चेकिंग में उनकी कार पकड़ी गई थी. इस कारण वे शादी में जाने के लिए लेट हो गए. इसी गुस्से में युवकों ने पोस्टर लगाए थे. मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों पर कार्रवाई कर उन्हें न्यायालय में पेश किया.