50 के हुए अनुराग ठाकुर, राजनेता से पहले थे सेना में अधिकारी

भारतीय राजनेता अनुराग ठाकुर आज यानी की 24 अक्तूबर को 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में 24 अक्टूबर 1974 अनुराग ठाकुर का जन्म हुआ था। यह राजनीति में आने से पहले सैन्य अधिकारी थे। वहीं साल 2008 में इन्होंने राजनीति में कदम रखा और अपने पिता की सियासी विरासत को आगे बढ़ाने का काम किया। हालांकि अनुराग ठाकुर का राजनीतिक ग्राफ काफी तेजी से आगे बढ़ा और वर्तमान समय में अनुराग ठाकुर खेल, युवा मामलों के मंत्री और सूचना और प्रसारण मंत्री हैं। तो आइए जानते हैं इनके बर्थडे के मौके पर अनुराग ठाकुर के जीवन जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
राजनीतिक सफर- बता दें कि मई 2008 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार अनुराग ठाकुर भाजपा से लोकसभा सदस्‍य निर्वाचित हुए। फिर साल 2009 में उनको दूसरी बार लोकसभा के सदस्य के तौर पर चुना गया। राजनीतिक सक्रियता के अलावा वह खेलों से भी जुड़े हैं। साल 2001 में अनुराग ठाकुर भारतीय जूनियर क्रिकेट टीम के चयनकर्ता थे। फिर वह हिमाचल प्रदेश के क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष चुने गए।

मई 2016 में वह भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष चुने गए। वहीं साल 2016 में ही अनुराग ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे सांसद बनें, जिनको प्रादेशिक सेना में नियमित कमिशन्ड ऑफिसर बनाया गया।

शादी- अगर अनुराग ठाकुर की पर्सनल लाइफ की बात करें, तो इन्होंने साल 2002 में शेफाली से शादी की थी। इनकी पत्नी शेफाली हिमाचल के लोक निर्माण विभाग PWD मंत्री रहे गुलाब सिंह ठाकुर की बेटी हैं। अनुराग और शेफाली के दो बेटे जयादित्य और उदयवीर हैं।

विवादों से रहा पुराना नाता- साल 2011 में अनुराग ठाकुर ने ‘लाल चौक जाएंगे, तिरंगा वहीं फहराएंगे’ का नारा देते हुए कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति को मजबूत करने का काम किया था। हालांकि उस दौरान इस बात पर काफी ज्यादा विवाद हुआ था। इसके बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय रिठाला में हुए एक रैली में उन्होंने ‘देश के गद्दारों को गोली मारो सालों को’ का नारा दिया था। तब भी उनके इस नारे पर काफी विवाद खड़ा हो गया था। अनुराग ठाकुर देश के गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं।

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