हरियाणा विधानसभा के परिणामों ने सभी एग्जिट पोल्स को नकारते हुए मतदाताओं ने बीजेपी को तीसरी बार विजयी बनाया है। परिणामों के अनुसार 90 सीटों में से बीजेपी को 48, कांग्रेस को 37, आरएलडी एवं अन्य को 5 सीटों पर सफलता मिली। वहीं जम्मू एवं कश्मीर में 90 सीटों पर हुए चुनाव में नेशनल कांफ्रेंंस एवं कांग्रेस को 49, बीजेपी को 29, जेकेपीडीएफ को 3 तथा अन्य के खाते में 9 को विजय हासिल हुई हैं हरियाणा में अभी मुख्यमंत्री का चेहरा स्पष्ट रूप से सामने नहीं आया है, लेकिन 6 माह पूर्व हरियाणा के मुख्यमंत्री बनाये गये नायब सिंह सैनी को ही मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाये जाने की संभावना ज्यादा है। इसी प्रकार जम्मू एवं कश्मीर में उमर अब्दुला को मुख्यमंत्री बनाये जाने की घोषणा की गयी है। हरियाणा में 12 अक्टूबर को शपथ दिलाए जाने की बात कही जा रही है। जम्मू एवं कश्मीर में अभी तिथि की घोषणा नहीं की गयी है
BJP की जीत पर नायब सिंह सैनी का बड़ा बयान, बताया प्रचंड जीत के पीछे का राज
हरियाणा की 15वीं विधानसभा के गठन के लिए 5 अक्टूबर को हुई मतगणना के बाद आज सुबह से ही मतगणना का सिलसिला जारी है। पहले राउंड के दौरान जहां कांग्रेस को बढ़त मिलती दिखाई दे रही थी। वहीं, ईवीएम मशीन के खुलते ही भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने के जादुई आंकड़े तक अकेले पहुंचकर बहुमत से सरकार बनाती नजर आने लगी
इसे लेकर बीजेपी खेमे में खुशी की लहर दिखाई देने लगी। इसी बीच लाडवा विधानसभा से जीतने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खास बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा में मिल रही एक तरफा जीत को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम नेताओं और पार्टी की नीतियों की जीत बताया
अंबाला कैंट सीट से जीते वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल विज जीत ली है। पूर्व गृह मंत्री ने निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा को 7,277 मतों के अंतर से हराया। विज ने अंबाला कैंट विधानसभा सीट से सातवीं बार जीत दर्ज की है
हरियाणा की निवर्तमान विधानसभा के अध्यक्ष एवं पंचकूला के मौजूदा विधायक ज्ञान चंद गुप्ता मंगलवार को कांग्रेस के चंद्रमोहन से चुनाव हार गए। गुप्ता को चंद्रमोहन ने पंचकूला सीट पर 1,997 मतों के अंतर से हराया। चंद्रमोहन हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजन लाल के बड़े बेटे हैं। हरियाणा में पांच अक्टूबर को विधानसभा चुनाव हुआ था और मतों की गिनती मंगलवार को हुई
कांग्रेस की दुर्दशा के ये 4 खलनायक
हरियाणा में कांग्रेस का दावा फेल हो चुका है। बीजेपी सत्ता में तीसरी बार वापसी करने जा रही है। भारी संख्या में बगावत के बीच बीजेपी को अप्रत्याशित सफलता मिली है। उधर, सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से आश्वस्त कांग्रेस को झटका लगा है। इसी के साथ पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए मची मारकाट को सरेआम करने वाले नेताओं के चेहरे भी उतरे दिख रहे हैं। चुनाव विश्लेषकों की मानें तो पूरे चुनाव के दौरान वोटों को सहेजने से कहीं अधिक ध्यान कांग्रेसी नेताओं का खेमेबंदी में रहा। हरियाणा कांग्रेस के चार टॉप लीडर तो खुद को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करने में ही लगे रहे और बीजेपी उनकी जमीन को खिसका दी।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा
हरियाणा कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर पूरे चुनाव के दौरान यह आरोप लगते रहे कि वह अपने खेमे वाले उम्मीदवारों को टिकट दिलाने में हर चाल चले। कहीं किसी सीट पर उनके खेमे का टिकट कट गया तो निर्दलीय चुनाव मैदान में उनके कई खास चेहरे दिखे। हुड्डा बनाम कुमारी शैलजा-रणदीप सुरजेवाला की खेमेबंदी भी चुनाव के दौरान सबसे अधिक चर्चा का विषय रहीं। अभी चुनाव नतीजे आने के पहले ही हुड्डा ने संकेत दिया कि कांग्रेस नेतृत्व यह तय करेगा कि सीएम की कुर्सी कौन लेगा साथ ही उन्होंने दावा किया कि पार्टी राज्य में सरकार बनाएगी। हुड्डा 2005 से 2014 तक हरियाणा के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
हरियाणा की आकाक्षाओं को पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हरियाणा का हृदय से आभार! भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर स्पष्ट बहुमत देने के लिए मैं हरियाणा की जनशक्ति को नमन करता हूं। यह विकास और सुशासन की राजनीति की जीत है। मैं यहां के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।
ये बीजेपी की सफलता का दिन है- राम माधव
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी राम माधव ने कहा, “यह भाजपा के लिए सफलता का दिन है. एक तरफ हमारी पार्टी ने हरियाणा में जीत दर्ज की है और जम्मू-कश्मीर में हमने जम्मू में लगभग सभी सीटें जीती हैं. जहां तक सरकार बनाने की बात है, संख्या एनसी और कांग्रेस के पक्ष में है. हम एनसी को बधाई देते हैं और कांग्रेस ने उनका साथ दिया है. कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया गया है. संख्या उनके पक्ष में है और हम उन्हें बधाई देते हैं.”
‘ये तंत्र की जीत, लोकतंत्र की हार’, हरियाणा की हार पर बोली कांग्रेस
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को ‘अप्रत्याशित’ और ‘लोक भावना के खिलाफ’ करार देते हुए मंगलवार को कहा कि राज्य में ‘तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार’ हुई है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि मौजूदा हालात में हरियाणा के परिणाम को स्वीकार नहीं किया जा सकता। रमेश ने यह भी कहा कि हरियाणा का अध्याय अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जगह-जगह से शिकायतें आई हैं और इनके बारे निर्वाचन आयोग को अवगत कराया जाएगा।
रमेश ने दावा किया , “हमसे जीत छीनी गई है… आज जो नतीजे आए हैं, वो जमीनी हकीकत के अनुसार नहीं हैं… यह परिणाम लोक भावना के खिलाफ है।” कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया कि हरियाणा में ‘तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार’ हुई है। उन्होंने कहा कि ये नतीजे अप्रत्याशित और जमीनी हकीकत से दूर हैं। खेड़ा ने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता ने स्पष्ट जनादेश दिया है।
केंद्र के साथ संबंध बनाकर चलेंगे’, जम्मू-कश्मीर में जीत पर बोले उमर अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा, “यह एनसी-सीपीएम-कांग्रेस गठबंधन की जिम्मेदारी है कि वह लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरे और उनके कल्याण के लिए काम करे। अब हमारे लिए केंद्र के साथ संबंध बनाना जरूरी हो गया है ताकि हम जम्मू-कश्मीर की समस्याओं का समाधान कर सकें।
उमर अब्दुल्ला बनेंगे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री होंगे, श्रीनगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने यह घोषणा की। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों में जीत की ओर बढ़ रही है। फारूक अब्दुल्ला ने यह घोषणा तब की है, जब यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस-एनसी गठबंधन 10 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव जीतेगा। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों के बाद लोगों ने हमें अपना जनादेश दिया है।
उमर अब्दुल्ला इससे पहले 2009 से 2015 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं
कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन कुल 90 सीटों में से 52 पर आगे चल रहा है, जबकि भाजपा 27 सीटों पर आगे है। रुझानों के अनुसार, महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को सिर्फ दो सीटें मिल सकती हैं। आपको बता दें कि उमर अब्दुल्ला इससे पहले 2009 से 2015 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
AAP ने जम्मू में खोला खाता
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) का खाता खुल गया है। डोडा विधानसभा से AAP उम्मीदवार मेहराज मलिक 23228 (+4538) वोटों से जीत गए हैं। मेहराज मलिक ने बीजेपी के गजय सिंह राणा को 18690 (-4538) वोटों से हराया है। वहीं, आम आदमी पार्टी का खाता खुलने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने जीत पर बधाई दी है। भगवंत सिंह मान ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”जम्मू-कश्मीर के डोडा से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मेहराज मलिक को उनकी शानदार जीत के लिए बधाई
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव रिजल्ट की तस्वीर साफ हो गई है. 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन को जनता ने पूर्ण बहुमत दिया है. एनसी ने यहां 42 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस को छह सीटों पर जीत मिली. दोनों ही दलों की सीटें मिलाकर यह 48 हो जाती है, जो सरकार बनाने के आंकड़ों से दो सीट ज्यादा है.
बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में 29 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं महबूबा मुफ्ती की पीडीपी को तीन, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, AAP, सीपीआई (एम) को एक-एक सीट मिली है। 7 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी यहां परचम लहराया है। बीजेपी ने सभी 29 सीटें जम्मू रीजन में जीती है। वहीं एनसी ने ज्यादातर सीटें कश्मीर रीजन में जीती हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूर अब्दुल्ला ने जीत के बाद कहा कि उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री होंगे।
वो सीटें जहां 1000 से कम वोटों से हुई हार जीत-
पट्टन से नेशनल कॉन्फ्रेंस के जावेद रियाज ने 603 वोटों से जीत हासिल की। दूसरे स्थान पर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार रहे।
वहीं देवसर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के पीरजादा फीरोज अहमद ने 840 वोटों से जीत हासिल की। उन्होंने पीडीपी के मोहम्मद सरताज को हराया।
किश्ताड़ से शगुन परिहार ने 521 वोटों से जीत हासिल की. उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद अहमद किचलू को हराया.
बांदीपुरा से कांग्रेस के उम्मीदवार निजाम भट्ट ने 811 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने निर्दलीय उस्मान अब्दुल को हराया।
त्राल सीट पर पीडीपी के रफीक अहम नाइक ने 460 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह को हराया।
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन ने हंदवाड़ा से 662 वोटों से जीत हासिल की।
इंदरवाल सीट से प्लारे लाल शर्मा ने 643 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार गुलाम मोहम्मद सरूरी को हराया. यहां तीसरे स्थान पर कांग्रेस, चौथे स्थान पर बीजेपी और पांचवे स्थान पर पीडीपी रही।