मलाई खाकर शिवराज सिंह दिल्ली चले गए मध्य प्रदेश के किसानों को भूल गए

 मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आज पत्रकारों से कई मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने मीडिया के कई सवालों के जवाब दिए और केंद्र और भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह मध्यप्रदेश से मलाई खाकर दिल्ली पहुंच गए और किसानों को भूल गए। श्री सिंघार ने लाड़ली बहना योजना, सोयाबीन खरीद और फसल का सर्वे न कराए जाने पर सवाल उठाए
सिंघार ने कहा कि शिवराज जी खुद को किसान का बेटा बोलते थे, पर दिल्ली जाकर किसानों को भूल गए यदि शिवराज जी चाहते हैं और वे किसानों के हितेषी हैं, तो आप सोयाबीन 20% ही क्यों खरीद रहे हैं! मध्यप्रदेश देश का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक प्रदेश है। केंद्र और कृषि मंत्रालय को सोयाबीन का एक-एक दाना खरीदना चाहिए। सोयाबीन की फसल ख़राब भी हुई है। पर सरकार न तो मुआवजा दे रही है और न सर्वे करवा रहे हैं यदि वे चाहते तो दो दिन में पूरे प्रदेश की सोयाबीन फसलों का सेटेलाइट सर्वे हो सकता था
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार के पास सारी सुविधाएं और संसाधन है। रेवेन्यू अधिकारी हैं कलेक्टर हैं। दो दिन में सर्वे हो सकता था। लेकिन, सरकार न तो सर्वे करवा रही है और न मुआवजा दे रही है। हर तरह से किसानों को गुमराह किया जा रहा है यदि मध्य प्रदेश सरकार चाहती और शिवराज जी चाहते तो तत्काल सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जा सकता था। वास्तव में शिवराज जी मध्य प्रदेश के किसानों को मूर्ख बना रहे हैं
उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि भाजपा नारी शक्ति की बात करती है, तो बहनों को ₹3000 क्यों नहीं दे रही? मुख्यमंत्री मोहन यादव बीना जाकर ₹5000 महीने की बात करके आए, जबकि वे अभी तक ₹3000 भी नहीं दे पाए हैं। मुझे तो जानकारी मिली है कि सरकार लाड़ली बहना  योजना को बंद ही करने वाली है। अब सरकार दावा करे कि कब बहनों को ₹3000 मिलेंगे और यह योजना चालू रहेगी
उन्होंने कहा कि बीजेपी मध्य मध्य प्रदेश में सरकार में है। उसे यहां की बहनों के लिए, यहां के किसानों के लिए, उद्योगपतियों के लिए यहां के युवाओं की नौकरी के लिए विचार मंथन करना चाहिए।  आरोप-प्रत्यारोप से किसी को कुछ भी हासिल नहीं होगा। कांग्रेस ने इंदिरा गांधी फैलोशिप कार्यक्रम जारी किया। कई बहनें कांग्रेस से जुड़ रही हैं और आने वाले समय में मध्य प्रदेश के अंदर हर जगह एक झांसी की रानी दिखेगी

Leave a Comment

और पढ़ें

हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

error: Content is protected !!