भाकपा का राज्य व्यापी प्रदर्शन: रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का निजीकरण रद्द करने की मांग

 भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा रेल यात्रियों के हित में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का निजीकरण रद्द करने, वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में रियायत देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर राज्य व्यापी आन्दोलन के आव्हान के तहत भोपाल के मुख्य रेल स्टेशन पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद तत्संबंधी मांगों का रेल मंत्री के लिए ज्ञापन भाकपा नेता कॉमरेड शैलेन्द्र शैली, कॉमरेड शिवशंकर मौर्य और  कॉमरेड मुन्ने खां ने रेल स्टेशन मास्टर गौतम बसु को दिया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के ज्ञापन में रेल विभाग का बजट संसद में वर्ष 2024 से पूर्व की भांति पृथक से प्रस्तुत करने ,वरिष्ठ नागरिकों को पूर्व की भांति रेल किराए में रियायत प्रदान करने , प्रत्येक रेल में सामान्य और स्लीपर कोच पर्याप्त संख्या में लगाने ,पैसेंजर ट्रेनों में एक्सप्रेस ट्रेन का किराया लेना बन्द करने ,पैसेंजर ट्रेनों का किराया कम करने ,रेलों का नियमित संचालन सुनिश्चित करने ,रेल विभाग में विभिन्न स्तरों पर निजीकरण बन्द करने ,भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का निजीकरण रद्द करने और केन्द्र सरकार द्वारा इसे पुनः अधिग्रहित करने के मांग की गई है
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का निजीकरण रद्द कर वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में रियायत दो  पैसेंजर ट्रेनों का किराया कम करो  प्रत्येक रेल में सामान्य और स्लीपर कोच पर्याप्त संख्या में लगाओ  रेल विभाग में निजीकरण बन्द करो रेलों का नियमित संचालन सुनिश्चित करो” जैसे जनहित के मुद्दों को लेकर हुई नारेबाजी के साथ हुए प्रदर्शन को भाकपा नेता कॉमरेड शैलेन्द्र शैली और कॉमरेड शिवशंकर मौर्य ने संबोधित किया और भाकपा के ज्ञापन में उल्लेखित मांगों को पूरा करने की मांग की
इस प्रदर्शन में भाकपा नेता कॉमरेड मुन्ने खां, फिदा हुसैन, डी डी शर्मा, एस एस शाक्य, शेर सिंह, महफूज अल्तमश, रफीक कुरेशी जितेन्द्र रैकवार, बी पी मिश्रा, गुण शेखरण, अरुण वर्मा, अरविन्द सक्सेना सहित बड़ी संख्या में भाकपा सदस्य और रेल स्टेशन पर मौजूद नागरिक  शामिल हुए

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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