दो करोड़ में नीलाम हो गया सरपंच का पद गांव के विकास में खर्च होगा पैसा

पंजाब में गुरदासपुर के एक गांव में सरपंच पद के लिए हुई ‘नीलामी’ में एक बोली लगाने वाले ने इस पद के लिए 2 करोड़ रुपये की बोली लगाई. लोकतांत्रिक मानदंडों का उल्लंघन करने वाली इस नीलामी की कई राजनीतिक नेताओं ने निंदा की है. पंजाब में ग्राम पंचायतों के चुनाव 15 अक्टूबर को होंगे. हरदोवाल कलां गांव में हुई नीलामी के लिए बोली 50 लाख रुपये से शुरू हुई और स्थानीय बीजेपी नेता आत्मा सिंह ने 2 करोड़ रुपये तक की बोली लगाई

चेक के जरिए बोली लगाने वाले राजनेता ने कहा कि गांव वालों ने एक ऐसे सरपंच को चुनने का फैसला किया है, जो गांव के लिए अधिकतम धनराशि देगा. उन्होंने कहा कि नीलामी की राशि गांव के विकास पर खर्च की जाएगी. आत्मा सिंह (जिनके पिता भी कभी सरपंच रह चुके हैं) ने कहा कि फंड्स का आवंटन गांव वालों की एक कमेटी के द्वारा तय किया जाएगा.

गुरदासपुर जिले के सबसे बड़े गांवों में से एक हरदोवाल कलां में करीब 350 एकड़ पंचायती जमीन है. यह ऐसा अकेला गांव नहीं है, जहां इस तरह की नीलामी हुई. बठिंडा के गहरी बुट्टर गांव में भी सरपंच पद के लिए इसी तरह की बोली लगी. एक शख्स ने इस पद के लिए 60 लाख रुपये की बोली लगाई, लेकिन कोई आखिरी फैसला नहीं हो सका.

यह खुला भ्रष्टाचार

एजेंसी के मुताबिक कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने नीलामी की निंदा की और इसे अंजाम देने वालों को जेल भेजने की मांग की. उन्होंने कहा यह खुला भ्रष्टाचार है ऐसी बोली प्रक्रिया का कोई उदाहरण नहीं है. पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “यह गलत है, मैं सतर्कता ब्यूरो से कहना चाहता हूं कि जिसने भी 2 करोड़ रुपये की पेशकश की है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए

5 अक्टूबर को होगा मतदान

5 अक्टूबर को मतपेटियों के जरिए 13,237 ‘सरपंचों’ और 83,437 ‘पंचों’ के लिए वोटिंग होगी. इलेक्शन शेड्यूड के मुताबिक, नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 4 अक्टूबर है. नामांकन पत्रों की जांच 5 अक्टूबर को होगी और नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 7 अक्टूबर है. वोटों की गिनती उसी दिन की जाएगी, जिस दिन वोट डाले जाएंगे.

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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