गले में चप्पलों की माला सूजा हुआ चेहरा सीतामढ़ी में JDU महिला सेल की जिलाध्यक्ष की बेरहमी से पिटाई

बिहार के सीतामढ़ी जिले में JDU पार्टी की महिला सेल की नेता भी सुरक्षित नहीं हैं. सीतामढ़ी में JDU की महिला जिलाध्यक्ष के साथ हैवानियत हुई है. चोरी का आरोप लगाकर महिला के साथ न सिर्फ मारपीट की गई, बल्कि चप्पल की माला पहनाकर उन्हें सड़क पर घुमाया गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है

यह मामला सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया का है. बैरगनिया में जेडीयू की महिला सेल की जिलाध्यक्ष कामिनी पटेल की सरेआम पिटाई की गई. इतना ही नहीं महिला जिलाध्यक्ष को चप्पल की माला पहनाकर भी घुमाया गया. महिला को इतना पीटा गया कि वह बोलने की हालत में नहीं है

महिला सेल की जिलाध्यक्ष कामिनी पटेल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. बदमाशों ने महिला सेल की जिलाध्यक्ष कामिनी पटेल को चप्पल की माला पहनकर भी घुमाया, जिसका वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में लोग जिलाध्यक्ष को चोर-चोर कहते नजर आ रहे हैं

JDU नेता का वार्ड आयुक्त से हुआ था विवाद

बताया जा रहा कि बैरगनिया प्रखंड में बीते बुधवार को JDU का एक कार्यक्रम आयोजित था, जिसमें महिला सेल की जिलाध्यक्ष को नहीं बुलाया गया. इसी को लेकर शाम को फेसबुक पर विवाद हो गया. महिला सेल की जिलाध्यक्ष और कुछ लोगों ने जमकर टीका टिप्पणी कर दी. सुबह सबेरे ही कामिनी पटेल, संजय पटेल नामक वार्ड आयुक्त के घर पहुंच गईं, जहां दोनों तरफ से गाली-गलौज शुरू हो गई.

सड़कों पर चप्पल की माला पहनाकर घुमाया गया

विवाद इतना बढ़ गया कि JDU महिला सेल की जिलाध्यक्ष कामिनी पटेल को लोगों ने घेर लिया और उनकी जमकर पिटाई कर दी. यही नहीं चप्पल की माला पहनाकर सड़कों पर घुमाया भी गया. फिलहाल कामिनी पटेल बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती हैं

बेहतर इलाज के लिए उन्हें बैरगनिया PHC से मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया है. वह बोल तक पाने की स्थिति में नहीं हैं. इस घटना को लेकर राजनीतिक हलके में हड़कंप मचा हुआ है. एसपी मनोज तिवारी ने कहा कि JDU महिला सेल की जिलाध्यक्ष के साथ मारपीट का वीडियो सामने आया है. वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है

 

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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