चुनाव के बाद तुरंत गायब हो गई पीएम मोदी की भयनीति उनका 56 इंच का सीना अब इतिहास वर्जीनिया में बोले राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद और सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौर पर हैं. सोमवार की रात (स्थानीय समयानुसार) उन्होंने वर्जीनिया के हर्नडन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस से जुड़े लोगों को संबोधित किया. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा चुनावों के बाद पीएम मोदी की डराने की रणनीति तुरंत गायब हो गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी की डराने की रणनीति केवल चुनावों तक सीमित थी चुनाव खत्म होते ही वह भी गायब हो गई. राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे कई लोगों ने कहा कि अब डर नहीं लगता है, अब डर निकल गया

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वर्जीनिया के हर्नडन में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा बीजेपी यह नहीं समझती कि यह देश सबका है और भारत एक संघ है. संविधान में यह स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि ‘भारत, जो कि भारत संघ है, जिसमें विभिन्न इतिहास, परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं. वे (BJP) कहते हैं कि यह संघ नहीं है, यह कुछ और है

राहुल गांधी ने आगे कहा चुनाव से तीन महीने पहले हमारे बैंक खातों को सील कर दिया गया था. हम चर्चा कर रहे थे कि अब क्या करें. मैंने कहा ‘देखी जाएगी देखते हैं क्या किया जा सकता है और हम चुनाव में उतरे.

इसके साथ ही राहुल गांधी ने चुनावों के बाद के माहौल का जिक्र करते हुए कहा, “चुनाव के बाद कुछ बदल गया है. कुछ लोगों ने कहा ‘अब डर नहीं लगता, डर निकल गया मेरे लिए यह दिलचस्प है कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी ने इतना डर फैलाया एजेंसियों का दबाव छोटे व्यवसायों पर डाला और यह सब कुछ सेकंडों में गायब हो गया. इसे फैलाने में उन्हें सालों लग गए लेकिन सब कुछ पल भर में खत्म हो गया. संसद में, मैं प्रधानमंत्री को सामने देखता हूं और कह सकता हूं कि मोदी जी का वह 56 इंच का सीना ईश्वर से सीधा संबंध होने का दावा, वह सब अब इतिहास बन चुका है

 

 

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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