अमित शाह योगी आदित्यनाथ या नितिन गडकरी, कौन होगा पीएम नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी, जानें देश का मिजाज..

पीएम नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी कौन होगा क्या कहते हैं देशवासी

हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई 400 सीटों का नारा देने वाली बीजेपी को असल में 240 सीटों से ही संतोष करना पड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना तीसरा कार्यकाल एनडीए के घटक दलों के समर्थन से शुरू किया पिछले कई सालों से इस बात पर काफी चर्चा चल रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी कौन होगा इसको लेकर एक सर्वे किया गया इस सर्वे में देश की जनता ने नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी के तौर पर किसका नाम पसंद किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी के लिए अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और नितिन गडकरी का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। एक सर्वे में 25 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी के बाद अमित शाह को प्रधानमंत्री के तौर पर पसंद किया इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम को वरीयता क्रम दिया गया है

दक्षिण भारत में भी अमित शाह के नाम का समर्थन

प्रधानमंत्री पद के लिए योगी आदित्यनाथ को 19 फीसदी वोट मिले हैं नितिन गडकरी को 13 फीसदी वोट मिले। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को 5 फीसदी वोट मिले हालांकि इस सर्वे में अमित शाह का नाम सबसे आगे है, लेकिन कहा जा रहा है कि अगस्त 2023 और फरवरी 2024 में हुए सर्वे की तुलना में उन्हें कम रेटिंग मिली है इस सर्वे में अमित शाह को 28 और 29 फीसदी वोट मिले। इतना ही नहीं दक्षिण भारत के लोगों ने अमित शाह के नाम को प्राथमिकता दी उन्हें 31 फीसदी लोगों का समर्थन मिला

योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता घटी राजनाथ सिंह का समर्थन बढ़ा

पिछले दो सर्वेक्षणों की तुलना में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जनता के समर्थन में वृद्धि देखी गई है योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता कम होती नजर आ रही है अगस्त 2023 में 25 फीसदी और फरवरी 2024 में 24 फीसदी लोगों ने योगी आदित्यनाथ का समर्थन किया। अगस्त 2024 में हुए एक सर्वे में राजनाथ सिंह की लोकप्रियता में 1.2 फीसदी का इजाफा हुआ जबकि शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता में 5.4 फीसदी का इजाफा हुआ है। मूड ऑफ द नेशन सर्वे 15 जुलाई से 10 अगस्त 2024 के बीच आयोजित किया गया था

 

 

 

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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