देखिये उमरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के हाल किस तरह बाइक से गिर रहे हैं

वैसे भी जिले का स्वास्थ्य विभाग किसी तरह लड़खड़ाता हुआ चल रहा है, फिर चले भी क्यों न जब अधिकारी ही बाइक से लड़खड़ा कर गिर रहा हो।

आइए आज आपको एक ऐसी व्यक्तित्व से मिलवा रहे हैं,

जिनकी चर्चा हमेशा होती रही लेकिन सामने देखने को नही मिलता। आज ऐसा मौका आया कि सभी के सामने सामाजिक मीडिया में उनका वीडियो ही वायरल हो गया। संयोग ही था कि किसी राह चलते व्यक्ति ने बाइक पर उनकी स्टंटबाजी देख उनका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया

ये हैं उमरिया जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अर्थात सीएमएचओ डॉक्टर राम किशोर मेहरा यानी DR. R K MEHRA,

वैसे तो ये नशा मुक्ति अभियान के मौके पर बड़ी – बड़ी बात करते हैं, लोगों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बतलाते हैं, बड़ी नसीहतें देते हैं, लोगों को शपथ दिलवाते हैं कि नशा नही करना चाहिए लेकिन खुद के क्या हाल हैं आपके सामने है। बाइक लेकर अपने छोटे कर्मचारियों के साथ हाइवे पर अंडरवियर और सैंडो बनियान में शराब के नशे में टुन्न होकर निकल पड़े आपने तो गाना सुना ही होगा “खुली सड़क पर निकल पड़े हैं बिगड़े दिल शहजादे” उसी गाने को चरितार्थ करते ये भी निकल पड़े। अब सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि जब इतने बड़े स्वास्थ्य विभाग का Chief ही सड़क पर लड़खड़ा रहा है, गिर रहा है तो जिले में इस विभाग का क्या हाल होगा।

हालांकि इनको सिविल सेवा के प्रोटोकाल नियमो की भी परवाह नहीं है, वैसे भी लोग कहते हैं कि शराब सब कुछ भुला देती है तो इनके साथ भी वही है कि ये सब भूल गए कि हम कौन हैं और हमारे पद की गरिमा क्या है।

इतना शराब पी लिये कि बीच सड़क पर वह भी नेशनल हाईवे 43 पर बाइक चलाते समय गिर पड़े, यह तो संयोग ही रहा कि कोई भारी वाहन उस समय तेज गति से नही निकला नही तो अभी पूरा विभाग दुःख व्यक्त करता होता।

अब ऐसे में सवाल यह उठता कि प्रदेश के अध्यक्ष और विभाग के मंत्री के साथ, विभाग के आला अफसर इन पर क्या कार्रवाई करते हैं, निलंबित करते हुए स्थानांतरित कर जांच करवाते हैं या फिर परंपरा अनुसार किसी बड़े नेता के जैक पर इनको अभयदान देते हैं, यदि अभयदान देते हैं तो कितनी बड़ी बदनामी होगी इसका अनुमान भी लगा लेना चाहिये। यदि सरकार को अपने विभाग की और अपनी छवि बचानी है तो तत्काल इन पर कार्रवाई कर इनको जिले से कार्यमुक्त करें, ताकि सरकार और विभाग की छवि बची रहे।

यद्यपि इनके लिए यह कोई नई बात नहीं है, इनके और भी कुछ ऐसे शौक सुनने को मिलती हैं जो बयां नहीं कीया जा सकता।

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