जन्म देते समय मां की हुई थी मौत
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम पचपेड़ी निवासी जेठुआ कोरवा ने मंगलवार को सामरी पाठ थाना में सूचना दी थी कि उसकी पत्नी मघनी कोरवा की बच्चे को जन्म देते समय मृत्यु हो गई थी। लेकिन बच्चा स्वस्थ हालत में था, उसकी देखरेख के लिए उसने 4 माह पहले ग्राम महुआ टोली निवासी मनिता कोरवा से सगाई की, फिर उसे पत्नी बनाकर घर लाया था।
घटना दिवस को गांव में सरहुल त्योहार मनाया जा रहा था। इसमें शामिल होने वह भी चुनचुना बस्ती की तरफ गया था। उसकी पत्नी मनिता 7 माह के बच्चे के साथ घर में थी। शाम करीब 4 बजे जब जेठुआ घर लौटा तो देखा कि बच्चे को जमीन पर लिटाकर उसके ऊपर कपड़ा ढका हुआ था।
जब जेठुआ कपड़े को हटाकर बच्चे को उठाने के लिए हिलाकर देखा तो कोई हलचल नहीं हुई। उसके सिर पर पीछे कनपटी में गंभीर चोट लगी थी और उसकी मृत्यु हो गई थी।
मौत के बाद पत्नी हुई फरार
जब जेठुआ ने पत्नी से पूछताछ शुरु कि तो वह बिना कुछ बताए घर से भाग गई। जेठुआ ने घटना की सूचना सामरी थाने में देकर मनिता कोरवा पर बच्चे को पटक कर हत्या करने की आशंका जताई थी। इस पर सामरी पुलिस ने बच्चे के शव का पीएम कराकर जांच शुरू की।
सौतेली मां को भेजा जेल
इधर अस्पताल से मिली शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में सिर पर गंभीर चोट लगने से मौत होने का उल्लेख डॉक्टर द्वारा किया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि 6 जून को सौतेली मां को गिरफ्तार कर पूछताछ की। पहले तो उसने पुलिस को चकमा देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गई। और पटक-पटक कर हत्या करने की बात कबूल कर ली। इसके बाद मामले में पुलिस ने बच्चे की सौतेली मां मनिता कोरवा के खिलाफ धारा 302 के तहत कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया गया।