दमोह में तापमान लगातार 45 डिग्री से अधिक बना हुआ है। इसकी वजह से मरीजों की संख्या 15 प्रतिशत तक बढ़ गई है। जिला अस्पताल में बच्चा वार्ड तो फुल हो चुका है। बिस्तर कम पड़ रहे हैं।
दमोह में भीषण गर्मी का असर बच्चों पर दिखाई दे रहा हैं। वर्तमान में जिला अस्पताल का बच्चा वार्ड फुल है। इस कारण एक पलंग पर दो बच्चों को भर्ती करना पड़ रहा है नौतपा में तापमान ने पिछले वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 47 डिग्री तक पहुंच गया है। भीषण गर्मी और उमस लोगों को बीमार कर रही है। इसकी चपेट में बड़ों के साथ बच्चे भी आ रहे हैं।
गर्मी के चलते बुखार, उल्टी-दस्त, हाथ पैरों में ऐंठन, खुजली, टाइफाइड, पीलिया से पीड़ित मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। बच्चों की बात करें तो छह दिन में 200 से अधिक बच्चे जिला अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे इनमें गंभीर हालत वाले बच्चों को भर्ती कराया गया। बच्चों को भर्ती करने के लिए जिला अस्पताल में 20 पलंग का बच्चा वार्ड बनाया गया, यहां सभी पलंग पर बच्चे भर्ती थे। अन्य बच्चों को दूसरे बच्चों के साथ पलंग पर लिटाकर इलाज दिया गया। ऐसे में गंभीर रोग से पीड़ित बच्चों के साथ लेटे दूसरे बच्चे को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। बच्चों के साथ पुरुष मेडिकल वार्ड में भी यही हाल है। यहां यूनिट-2 में मरीजों को भर्ती करने पलंग खाली नहीं बचे। इस वजह से मरीजों को जमीन पर लिटाकर भी इलाज दिया जाता है।
मरीज सुमित सोनी और महेश साहू को उल्टी-दस्त होने पर इलाज के लिए परिजन जिला अस्पताल पहुंचे। पलंग नहीं मिला तो जमीन पर लेटकर इलाज शुरू कराया। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डाक्टर राजेश नामदेव ने बताया कि इस समय गर्मी के कारण मरीज ज्यादा अधिक बीमार हो रहे हैं। ओपीडी में दस से 15 प्रतिशत मरीज रोज बढ़ रहे हैं। गंभीर स्थिति होने पर भर्ती करा रहे हैं। पलंग कम है फिर भी किसी को मना नहीं कर रहे हैं। एक पलंग पर दो मरीज लिटाना पड़ रहे हैं। बच्चा वार्ड सहित सभी वार्डों में पलंग कम पड़ रहे हैं। हम अतिरिक्त इंतजाम कर रहे