‘उनकी परवरिश को दर्शाता है’, सीएम शिंदे के बेटे श्रीकांत का आदित्य ठाकरे पर पलटवार

आदित्य ने हाल ही में सीएम शिंदे का जिक्र करते हुए उन्हें “बेशर्म और घृणित” व्यक्ति कहा था. इस पर अब श्रीकांत शिंदे ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “वह (आदित्य) इन मूल्यों के साथ बड़े हुए हैं, वह जो केवल गाली देते हैं और  (विरोधियों) को बुरा-भला कहते हैं. हमें अच्छी बातें करना सिखाया गया है. जिन्हें गलत बातें करना सिखाया गया है, लोग उन्हें सिखाएंगे.

लोकसभा चुनाव के बीच महाराष्ट्र में बयानबाजी का दौर जारी है. इस कड़ी में शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने अपने पिता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री  एकनाथ शिंदे के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्व मंत्री की परवरिश को दर्शात

दरअसल, आदित्य ठाकरे सीएम शिंदे के कटु आलोचक हैं, जिनके 2022 में विद्रोह के कारण राज्य में महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी और मूल  शिवसेना का विभाजन हो गया था, जिसका नेतृत्व उनके पिता उद्धव ठाकरे कर रहे थे. इसके बाद से आदित्य ठाकरे लगातार एकनाथ शिंदे के खिलाफ  बयानबाजी करते नजर आ जाते हैं

आदित्य ने हाल ही में सीएम शिंदे का जिक्र करते हुए उन्हें “बेशर्म और घृणित” व्यक्ति कहा था. इस पर अब श्रीकांत शिंदे ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए  कहा, “वह (आदित्य) इन मूल्यों के साथ बड़े हुए हैं, वह जो केवल गाली देते हैं और (विरोधियों) को बुरा-भला कहते हैं. हमें अच्छी बातें करना सिखाया गया है जिन्हें गलत बातें करना सिखाया गया है, लोग उन्हें सिखाएंगे.

श्रीकांत शिंदे तीसरी बार कल्याण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में माहौल खराब करने, अपशब्द कहने और बुरा-भला कहने और  इतना नीचे गिर कर राजनीति करने का काम हताशा से उपजा है

महाराष्ट्र में पांच चरणों में मतदान 

महाराष्ट्र की 48 सीटों में शुरुआती पांच चरणों में वोटिंग होगी. फेज 1 के लिए 19 अप्रैल, फेज 2 के लिए 26 अप्रैल, फेज 3 के लिए 7 मई, फेज 4 के लिए 13 मई और फेज 5 के लिए 20 मई को वोटिंग होनी है. वहीं इन सीटों के देशभर की अन्य सीटों के साथ ही 4 जून को परिणाम घोषित किए जाएंगे.

Leave a Comment

और पढ़ें

हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

error: Content is protected !!