मंच पर बेहोश होकर गिरे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, यवतमाल में दे रहे थे चुनावी भाषण

यह पहली बार नहीं है जब गडकरी की तबीयत अचानक बिगड़ी है. 2018 में भी महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक कार्यक्रम के दौरान वह अचानक मंच पर बेहोश हो गए थे. इस दौरान महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल विद्यासागर राव उनके साथ मौजूद थे. गवर्नर ने ही उन्हें स्टेज पर संभाला.

महाराष्ट्र के यवतमाल में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भाषण देते समय मंच पर अचानक गिर पड़े. मंच पर मौजूद लोग तत्काल उन्हें उठाकर इलाज के लिए ले गडकरी यवतमाल के पुसद में एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे हुए थे. वह मंच पर बोल ही रहे थे कि अचानक वह बेसुध होकर गिर पड़े जिसके बाद उनके आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें संभाला और तत्काल इलाज के लिए ले गए.

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नागपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. नागपुर सीट पर पहले चरण में मतदान हो चुका है. यहां गडकरी का मुकाबला कांग्रेस के विकास ठाकरे से है. नितिन गडकरी यहां से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं.

पहले भी खराब हो चुकी है तबीयत 

यह पहली बार नहीं है जब गडकरी की तबीयत अचानक बिगड़ी है. 2018 में भी महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक कार्यक्रम के दौरान वह अचानक मंच पर बेहोश हो गए थे. इस दौरान महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल विद्यासागर राव उनके साथ मौजूद थे. गवर्नर ने ही उन्हें स्टेज पर संभाला.

तब बताया गया था कि शुगर लेवल कम होने की वजह से गडकरी को चक्कर आ गए. उन्हें तुरंत पानी पिलाया गया था और पेड़ा खिलाया गया था. इससे पहले भी एक रैली के दौरान उनकी तबीयत खराब होने की खबर आई थी. बता दें कि नितिन गडकरी वजन घटाने के लिए अपना ऑपरेशन करवा चुके हैं.

नागपुर से तीसरी बार मैदान में नितिन गडकरी 

‌नागपुर को एक समय कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. यहां से अब तक कांग्रेस कुल 12 चुनाव जीती है. लेकिन, 2014 के चुनाव में बीजेपी ने नितिन गडकरी  को मैदान में उतारा और उन्होंने जबरदस्त जीत हासिल की. उसके बाद वह दो लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव जीतते आ रहे हैं. नागपुर विधानसभा की 6 सीटों में  से 4 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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