बाहरी उम्मीदवार नहीं चलेगा…’, उदित राज के खिलाफ दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर पर कार्यकर्ताओं का प्रोटेस्ट

लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले दिल्ली कांग्रेस की आपसी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पार्टी कांर्यकर्ताओं ने आज पार्टी दफ्तर के बाहर उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया.

दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने में अब एक महीने से भी कम का वक्त बचा है लेकिन प्रदेश कांग्रेस की अंदरुनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कन्हैया कुमार के बाद अब उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज को लेकर भी पार्टी के अंदर विरोध तेज हो गया है

सोमवार को इसकी झलक तब देखने को मिला जब एक तरफ कांग्रेस नेता पार्टी दफ्तर के अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तो वहीं बाहर कार्यकर्ताओं का एक गुट नारेबाजी करते हुए उदित राज की उम्मीदवारी का विरोध कर रहा था. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र  हुए और नारेबाजी करने लगे-‘बाहरी उम्मीदवार नहीं चलेगा… उदित राज हाय-हाय’

रविवार को भी हुआ था जमकर हंगामा 

इससे पहले रविवार को दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने जब अपने आवास साउथ एवेन्यू पर पूर्व विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई तो तब भी जमकर हंगामा हुआ था. इसमें दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भी मौजूद थे. उनकी मौजूदगी में पार्टी के कई नेताओं ने उदित राज का विरोध किया और दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया को भी खरीखोटी भी सुनाई.   .

पार्टी सूत्रों की मानें तो कई पूर्व विधायकों ने दीपक बावरिया के सामने राम मंदिर को लेकर जनवरी के महीने में जो टिप्पणी उदित राज की ओर से की गई थी, उसका मुद्दा भी उठाया. क्योंकि उनके इस बयान से जनता में काफी रोष है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वह ऐसे में जनता के बीच वोट मांगने कैसे जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक पूर्व विधायकों की तरफ से जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया, उसके बाद दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है.

दिल्ली कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो कई पूर्व विधायकों ने दीपक बावरिया को लेकर अपशब्द तक कहे. पार्टी नेताओं ने दीपक बावरिया से मीटिंग के दौरान कहा कि जब उम्मीदवार के नाम का ऐलान हो चुका है तब आप पूर्व विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक बुला रहे हैं, लेकिन जब उम्मीदवार का चयन करना था, तब यह बैठक क्यों नहीं बुलाई गई.

कन्हैया कुमार को लेकर भी हो रहा है विरोध  

कुछ इसी तरह की स्थिति कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर भी है. हाई कमान में उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है.उन्हें लेकर कांग्रेस के स्थानीय नेता तरह-तरह की बयानबाजी करने से पीछे नहीं रह रहे हैं. स्थिति को संभालने के लिए दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली ने बैठक बुलाई तो उसे बठक में कांग्रेस की पूर्व सांसद संदीप दीक्षित भी पहुंचे. संदीप दीक्षित मंच पर नहीं बल्कि विधायकों के बीच बैठ गए.

संदीप दीक्षित को मंच पर बैठने के लिए अरविंद सिंह लवली ने कहा लेकिन संदीप दीक्षित मंच पर नहीं बैठे इसके बाद कन्हैया कुमार ने संदीप दीक्षित को मंच पर आने के लिए आगे कयाजिस पर वह भड़क गए, सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कहा कि कन्हैया की उम्मीदवारी से कांग्रेस को भारी नुकसान होने वाला है.

बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. दिल्ली की 7 में से तीन सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों को उतारा है, जबकि चार सीटें AAP के खाते में आई हैं.

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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