होइए वही जो राम रचि राखा’, कैसरगंज से टिकट के सवाल पर बोले बृजभूषण सिंह

बीजेपी ने यूपी की कैसरगंज सीट पर अबतक प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, हालांकि यहां से वर्तमान सांसद बृजभूषण सिंह लगातार इस सीट पर दावेदारी पेश कर रहे हैं. जब टिकट को लेकर उनसे पूछा गया तो उन्होंने इस पर जवाब दिया है

भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में ज्यादातर सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, लेकिन अबतक दो सीटों पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इनमें से एक सीट रायबरेली और दूसरी है कैसरगंज. इस समय कैसरगंज से सांसद हैं बृजभूषण शरण सिंह और वो लगातार इस सीट से दावेदारी भी पेश कर रहे हैं, लेकिन इतनी लिस्ट जारी होने के बावजूद इस सीट पर अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है. वहीं टिकट को  लेकर अब  बृजभूषण शरण सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है.

बृजभूषण सिंह से जब कैसरगंज सीट से टिकट का सवाल पूछा गया तो उन्होंने श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई दोहरा दी. उन्होंने कहा, “होइए वह जो राम रचि राखा अभी दो दिन पहले ही बीजेपी ने देवरिया से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी, लेकिन कैसरगंज पर सस्पेंस बरकरार है.

क्यों चर्चा में आई कैसरगंज सीट?   

कैसरगंज सीट उस समय चर्चा में आई जब यहां से सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला  पहलवानों ने शोषण करने के आरोप लगाए. महिला पहलवानों द्वारा लगाए आरोपों का ये मामला कोर्ट में चल रहा है. यही वजह है कि बीजेपी फिलहाल इस सीट पर प्रत्याशी घोषित करने से बच रही है. .

कैसरगंज सीट को लेकर कई तरह की चर्चाएं

जानकारों का कहना है कि चूंकि बृजभूषण पर बीते दिनों महिला ओलंपिक खिलाड़ियों ने आरोप लगाए थे, इसलिए उनका असर पश्चिमी यूपी जानकारों का कहना है कि चूंकि बृजभूषण पर बीते दिनों महिला ओलंपिक खिलाड़ियों ने आरोप लगाए थे, इसलिए उनका असर पश्चिमी यूपी चरणों के मतदान के बाद ही इस सीट पर फैसला करेगी. ऐसा भी हो सकता है कि बीजेपी कैसरंगज से बृजभूषण को एक बार फिर मौका दे दे.  चर्चा ये भी है कि बीजेपी कैसरगंज से बृजभूषण की पत्नी को भी मैदान में उतार सकती है.

Leave a Comment

और पढ़ें

हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

error: Content is protected !!