पूर्णिया लोकसभा सीट से पप्पू यादव के नामांकन वापस नहीं लेने के बाद अब लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने नया दाव चल दिया है. आरजेडी की तरफ से कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से पूर्णिया में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की संयुक्त रैली करवाने का आग्रह किया है. बता दें कि पप्पू यादव अभी भी खुद को कांग्रेस नेता बताते हैं और उन्होंने कहा है कि उन्हें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आशीर्वाद प्राप्त है.
बिहार का पूर्णिया इस समय पप्पू यादव की वजह से देश का सबसे हॉट लोकसभा सीट बना हुआ है. पप्पू यादव द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन वापस नहीं लेने के बाद अब लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने नया दाव चल दिया है. खबर आ रही है कि राहुल गांधी पूर्णिया में तेजस्वी यादव के साथ मिलकर पप्पू यादव के खिलाफ संयुक्त चुनावी रैली कर सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक इसके लिए कांग्रेस को लालू यादव की पार्टी आरजेडी की ओर से पूर्णिया में तेजस्वी यादव के साथ रैली आयोजित करने का अनुरोध मिला है. पप्पू यादव द्वारा अपना नामांकन वापस लेने से इनकार करने के बाद (8 अप्रैल नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख) एक रणनीति के तहत आरेजडी ने कांग्रेस आलाकमान से ये मांग की है.
पूर्णिया में राहुल-तेजस्वी की रैली करवाना चाहती है आरजेडी
आरजेडी के द्वारा पूर्णिया में इंडी गठबंधन की एक महारैली आयोजित करने के लिए कहा गया है. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि यह आग्रह आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से आया है. बता दें कि इंडी एलायंस में सीट बंटवारे के फॉर्मूले में पूर्णिया सीट आरजेडी के खाते में चली गई थी. कांग्रेस यह सीट पप्पू यादव के लिए चाहती थी क्योंकि उन्होंने 20 मार्च को कांग्रेस में अपनी पार्टी के विलय का ऐलान कर दिया था.
इस सीट को लेकर कांग्रेस ने आरजेडी से कई बार बात भी की थी लेकिन कांग्रेस को लालू यादव के दबाव के आगे झुकना पड़ा था. लालू यादव ने सीटों के बंटवारे के ऐलान के पहले ही बीमा भारती को पूर्णिया से लड़ने के लिए पार्टी का सिंबल दे दिया था.
जेडीयू से आरजेडी में शामिल हुई थीं बीमा भारती
बता दें कि बीमा भारती पहले नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में थी और पूर्णिया के रुपौली विधानसभा सीट से विधायक थीं. लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बीमा भारती ने जेडीयू के सभी पदों से इस्तीफा देकर आरजेडी ज्वाइन कर ली थी जिसके बाद लालू यादव ने उन्हें तुरंत पूर्णिया से लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार घोषित कर दिया था.
पप्पू यादव पर कार्रवाई कर सकती है कांग्रेस
कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर पप्पू यादव ने चार अप्रैल को पूर्णिया से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल कर दिया था और लालू यादव कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर पप्पू यादव ने चार अप्रैल को पूर्णिया से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल कर दिया था और लालू यादव के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हुए. पप्पू यादव ने नॉमिनेशन के बाद भी कहा था कि उन्हें राहुल गांधी और बहन प्रियंका गाड़ी का आशीर्वाद प्राप्त है. अब पप्पू यादव के चुनाव मैदान में उतरने के बाद मुश्किल में फंसी कांग्रेस उन्हें निलंबित करने पर विचार कर रही है.
हालांकि सूत्रों ने आज तक को बताया कि विकल्प तलाशा जा रहा है लेकिन तकनीकी तौर पर पप्पू यादव पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं और न ही उन्होंने पार्टी की सदस्यता लेने की कोई औपचारिकता पूरी की है.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सामान्य प्रोटोकॉल के तहत नेता औपचारिक रूप से सदस्यता लेने के लिए पटना में पार्टी कार्यालय सदाकत आश्रम आते हैं और अपने समर्थकों को भी पार्टी में शामिल कराते हैं. हालांकि उनकी पार्टी का कांग्रेस में विलय हो गया है लेकिन कागज़ पर कुछ नहीं किया गया है इसलिए तकनीकी रूप से वह कांग्रेस के सदस्य भी नहीं हैं.