मध्य प्रदेश में आधी सीटें जीतने के दावे, बड़े नेताओं से जीत की उम्मीदें और युवा टीम के हाथ प्रदेश की कमान के बाद भी कांग्रेस को प्रदेश में करारी हार मिली। इस हार के कारणों पर मंथन करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज बैठक बुलाई है
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा को क्लीन स्वीप थमा चुकी कांग्रेस अब हार के कारणों से गुत्थम गुत्था हो रही है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आज बुधवार को बैठक बुलाई है। इस बैठक में कांग्रेस नेताओं से बातचीत कर वे रिपोर्ट तैयार करेंगे और पार्टी हाईकमान को सौंपेंगे।
दरअसल, चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से कम से कम आधी सीटें जीतने का दावा किया जा रहा था। पार्टी हाईकामन को बड़े नेताओं से जीत की उम्मीदें थी, युवा टीम के हाथ प्रदेश की कमान सौंपी गई थी। लेकिन, इसके बाद भी करारी हार का सामना पार्टी को करना पड़ा। ऐसा क्यों हुआ अब इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बैठक बुलाई है। इस मंथन बैठक में हार के कारणों पर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया जैसे सीनियर नेताओं की हार पर भी चर्चा होगी। इस बात पर भी मंथन होगा कि ऐन चुनाव के दौरान हुई टूट-फूट और नेताओं की पलायन नीति ने पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाया है। पीसीसी चीफ इस बैठक में जमीनी कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय नेताओं के प्रदर्शन पर भी जवाब मांगेंगे। इस बैठक से निकले बिंदुओं के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह रिपोर्ट ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को सौंपी जाना है।
तय नहीं बड़े नेताओं की आमद
सूत्रों का कहना है कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी द्वारा बुलाई गई इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ शामिल होंगे या नहीं, यह तय नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि दोनों नेता दिल्ली में चल रहे घटनाक्रम पर अपनी सहभागिता दर्शाने संभवतः दिल्ली कूच कर गए हैं। इसके चलते ये बैठक से दूर रह सकते हैं
बदलेगी पीसीसी की तस्वीर
लोकसभा चुनाव के पहले पार्टी से पलायन कर गए कांग्रेस नेताओं के कारण प्रदेशभर में एक खालीपन के हालात बने हैं। कई विधायक, पदाधिकारी और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के पार्टी से बाहर निकल जाने के बाद इन जिलों में नई टीम बनना है। इधर, चुनाव के दौरान सक्रिय नहीं दिखने वाले नेताओं और भीतरघात के हालात बनाने वाले भी पीसीसी के रडार पर हैं। चुनाव नतीजों के बाद बने हालात को देखते हुए अब पीसीसी टीम में नए सिरे से फेरबदल की उम्मीदें बढ़ गई हैं
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