आपको जितनी भी जरूरत, हम उतना फंड देने के लिए तैयार, लेकिन…’, अजित पवार ने रख दी कौन सी शर्त

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने पुणे में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपको विकास के लिए जितनी भी जरूरत होगी, हम उतना फंड जरूर देंगे. अजित ने आगे एक शर्त भी रख दी. कुछ इसी तरह का बयान कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भी दिया है.

लोकसभा चुनाव में एक-एक सीट, एक-एक वोट के लिए राजनीतिक पार्टियां जोर आजमाइश कर रही हैं. मतदाताओं को अपने पाले में लाने के लिए नेता लुभावने वादों का पिटारा खोल रहे हैं, अपने काम गिना  रहे हैं. महाराष्ट्र और कर्नाटक के डिप्टी सीएम तो इन सबसे भी दो कदम आगे निकल गए. महाराष्ट्र सरकार के डिप्टी सीएम अजित पवार और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने तो जनता से काम के बदले वोट की  डिमांड कर डाली.

दरअसल, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार बुधवार को पुणे में थे. पुणे में विकास के लिए फंड को लेकर कहा कि आपको जितनी भी जरूरत होगी, हम उतना फंड जरूर देंगे. उन्होंने आगे इसे लेकर अपनी शर्त भी बता दी. अजित पवार ने कहा कि जिस तरह से हम भरपूर फंड  देने के लिए तैयार हैं, अब आप भी चुनाव में हमारे चुनाव चिह्न का बटन दबाएं. उन्होंने कहा कि इससे आपको धन आवंटित करने में मुझे भी खुशी होगी.

अजित ने साथ ही यह चेतावनी भी दे दी कि अन्यथा की स्थिति मेंसीएम डीके शिवकुमार भी प्रचार के दौरान कुछ इसी अंदाज में नजर आए. डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु के एक आवासीय परिसर में प्रचार के दौरान साफ कहा कि यहां एक बिजनेस डील के लिए आया हूं. उन्होंने बिजनेस डील पर जोर देते हुए कहा कि आपको सीए साइट और कावेरी जल चाहिए.

कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने आगे जोड़ा कि अगर मैं यह करवा दूं तो आप मुझे क्या देंगे? उन्होंने यह भी कहा कि शेयरिंग और केयरिंग में यकीन  करता हूं. डीके शिवकुमार ने यह भी कहा कि आपको मुझे विश्वास दिलाना होगा कि आपकी देखभाल कर सकूं. उन्होंने कहा कि मैं आपके हाथ में हूं. आप मुझे वोट दें, आप मुझे आश्वासन दें और तीन महीने के भीतर आपका काम हो जाएगा. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 48 और कर्नाटक में 28 लोकसभा सीटें है…

पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कर्नाटक की एक लोकसभा सीट ही जीत सकी थी. तब कांग्रेस सूबे की विपक्षी पार्टी के रूप में चुनाव मैदान में उतरी थी. इस बार कांग्रेस कर्नाटक की सत्ताधारी पार्टी के रूप में चुनाव मैदान में उतर रही है. 2019 में कांग्रेस के टिकट पर बेंगलुरु ग्रामीण  सीट से डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. इस बार पार्टी सूबे में अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है.

 

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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