साहब जी का अलग टशन है गए थे अजगर पकड़ने, लेकिन ग्रामीणों से करवाने लगे रेस्क्यू खुद कमर पर हाथ डालकर देखते रहे पूरा प्रोसेस

मुकेश सेन, टीकमगढ़ यूं तो कहीं भी जंगली जीव दिखने पर उसे पकड़ने कि जिम्मेदारी वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की होती है लेकिन मध्य प्रदेश का टीकमगढ़ वन विभाग बेहद अजब है। यहां के जिम्मेदार जंगली जानवरों को पकड़ने का काम भी शायद ग्रामीणों से करवाते हैं। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हाल ही में सामने आया एक वीडियो विभाग पर सवाल खड़े कर रहा है

अजगर को रेस्क्यू के बाद जब जंगल में छोड़ा गया तो वन विभाग के कर्मचारियों की जगह ग्रामीण उसे बोरे से निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन मौके पर मौजूद जिम्मेदार या तो वीडियो बनाते दिखे, या फिर कमर में हाथ रखे हुए।

खेत में था 10 फीट लंबा अजगर

दरअसल जिले के मोहनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बहादुरपुर में शनिवार की सुबह एक किसान के खेत में करीब 10 फीट लंबा अजगर को देखा गया। अजगर ने एक सियार जानवर को दबोच लिया था। जैसे ही ग्रामीणों ने यह मंजर देखा, उनकी हालत खराब हो गई। घटना की जानकारी वन विभाग की टीम को दी गई

सूचना मिलने पर वन विभाग के कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे बमुश्किल अजगर को पकड़कर रेस्क्यू किया गया लेकिन अब बारी आई उसे जंगल में छोड़ने की, जिसकी जिम्मेदारी होती है उसी विभाग के लोगों की। लेकिन इस दौरान देखा गया कि ग्रामीण उसे बोरे से निकलकर जंगल में छोड़ रहे हैं लेकिन टीम में मौजूद लोगों में से किसी ने उसे हाथ नहीं लगाया कोई कमर में हाथ रखे खड़ा दिखा तो कोई अपने अफसरों का सफल रेस्क्यू की कहानी बताने के लिए इसका वीडियो बनाता हुआ दिखा अब यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है

आधिकारिक बयान नहीं आया सामने

हालांकि इस मामले में किसी की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन इस घटना के बाद वन विभाग पर सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या अगर कभी जंगली जानवर गांव में हमला कर देगा तो क्या जिम्मेदार हाथ जेब में डालकर खड़े रहेंगे और ग्रामीणों से उसे पकड़वाएंगे या फिर खुद अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे

 

Leave a Comment

और पढ़ें

हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

error: Content is protected !!