मध्य प्रदेश के तमाम जिलों में ‘ईद मिलादुन्नबी’ के अवसर पर जुलूस निकाला गया. कहीं यह जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हुआ तो कहीं बवाल भी हुआ. कई जिलों में तो जुलूस के दौरान फिलिस्तीन के झंडे लहराए गए. मंडला, रतलाम और बालाघाट फिलिस्ती के झंडे लहराने पर जमकर बवाल हुआ
जिले में उस समय गहमा-गहमी का माहौल बन गया. जब मुस्लिम समुदाय के निकाले गए जुलूस में एक युवक को फिलिस्तीन का झंडा सड़कों पर लहराते देखा गया. हालांकि, समाज के लोगों ने युवक से झंडा लेकर अलग कर दिया गया था. लेकिन तब तक यह बात आग की तरह पूरे शहर में फैल चुकी थी. हिंदू धर्मावलंबियों ने कोतवाली थाने पहुंचकर इस पूरे घटनाक्रम को लेकर न सिर्फ नाराजगी व्यक्त की, बल्कि जुलूस निकालने वाले आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की
इस पूरे घटनाक्रम में एक बात और देखने को मिली. नगर के एक स्थान पर आपत्ति जनक बैनर लगा हुआ था. जिसमें फिलिस्तीन लिखा हुआ था. क्या जिले की खूफिया पुलिस का इनपुट इतना कमजोर हो चुका है कि इसकी जानकारी कलेक्टर और एसपी को भी नहीं दिया गया. अगर दिया गया था तो जुलूस के दौरान इसे रोका क्यों नहीं गया
शहर में निकाले गए जुलूस में कुछ युवाओं ने फिलिस्तीन के झंडे फहराए. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इतना ही नहीं नेता अकबरुद्दीन औवेसी का विवादित भाषण डीजे पर बजाया जा रहा था नेता ने अपने विवादित भाषण में मुस्लिम समुदाय को उनकी जनसंख्या बताकर भड़काते हुए सड़कों पर उतरने की बात कही थी. यही भाषण डीजे पर लगातार बजाया जा रहा था. वहीं अब देखना होगा कि इस मामले में पुलिस क्या कार्रवाई करती है