बड़ी दुखद खबर चलती बस में इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा की मौत यहां देखें

लखनऊ के पुलिस लाइन में तैनात इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा की बस में यात्रा के दौरान संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। वह लखनऊ से बस से प्रयागराज आ रहे थे। घटना की जानकारी होते ही परिजनों और पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। प्रथम दृष्टया ह्रदयघात से मौत की आशंका है। फिलहाल पुलिस पूरे घटना की तफ्तीश में जुटी है। परिजनों को मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।

 

वर्ष 2013 बैच के इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा (32) का हाल ही में लखनऊ तबादला हुआ था। इसके पहले वे प्रयागराज क्राइम ब्रांच के अलावा खुल्दाबाद और करेली थाना प्रभारी थे। उनकी पत्नी और दो बेटे खुल्दाबाद में ही रहते हैं। इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा शनिवार की रात लखनऊ से प्रयागराज के लिए बस में सवार हुए थे। देर रात लगभग ढाई बजे बस प्रयागराज पहुंची। बस से सभी यात्री उतर गए, लेकिन अनुराग शर्मा अपनी सीट पर ही सोये रहे। बस का परिचालक जब उन्हें जगाने पहुंचा, तो पता चला की मौत हो चुकी है। सादे भेष में होने की वजह से पहले पहचान नहीं हो सकी।

हार्ट अटैक से मौत की आशंका

आनन-फानन में स्वरूप रानी अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पहचान पत्र के आधार पर शिनाख्त की। पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया बस में यात्रा के दौरान सोते समय हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी

आनन-फानन में स्वरूप रानी अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पहचान पत्र के आधार पर शिनाख्त की। पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया बस में यात्रा के दौरान सोते समय हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी

बस के चालक व परिचालक से पूछताछ की जा रही है। वहीं लखनऊ और प्रयागराज के बस स्टैंड के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद परिवार को शव सौंपा जाएगा। साथ ही जांच की जा रही है कि बस में बैठने से पहले या बैठने के बाद उन्होंने क्या किया जिससे उन्हें दिल का दौरा पड़ने के कारणों का पता लगाया जा सके

Leave a Comment

और पढ़ें

हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

error: Content is protected !!