Khairagarh राजघराने में चढ़ा सियासी पारा…! विभा सिंह ने राहुल गांधी की बुद्धिमत्ता पर उठाया सवाल…! सुनिए राहुल और रानी को

बेमेतरा, 29 अप्रैल। Khairagar : लोकसभा चुनाव में खैरागढ़ राजघराने में सियासी पारा चढ़ गया है। महारानी विभा सिंह ने एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने एक नया वीडियो जारी कर राहुल गांधी की बुद्धिमत्ता पर सवाल उठाया है।

विभा सिंह ने राहुल गांधी के राजा महाराजा वाले बयान पर कहा कि, राहुल गांधी भारत और उसके इतिहास को भूल गए हैं। उन्हें अपनी राजनीति से आगे कुछ भी याद नहीं रहता। वे देश के पूर्वजों का भी अपमान कर रहे हैं। उन्हें याद नहीं कि उनके पूर्वजों ने कैसा बलिदान दिया था।

खैरागढ़ राजपरिवार की बहू होने के नाते मैं कह रही हूं कि मेरे दादा ससुर स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी पद्मावती ने अपना महल दान में दिया था, जो आज खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के नाम से विश्व में प्रसिद्ध है। कांग्रेस अपनी छोटी-छोटी बातों से अपना राजनीतिक भविष्य चमकाना चाहती है।

राजा-महाराजाओं’ वाले बयान को बनाया मुद्दा

एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने राजा-महाराजाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी की भूमिका को आजादी दिलाने में अहम बताया। हालांकि वह अपने भाषण में कुछ ऐसा कह गए कि अब राजपूत समाज के लोग कांग्रेस के खिलाफ टीका-टिप्पणी कर रहे हैं।

राहुल गांधी के भाषण की जो क्लिप वायरल हो रही है, उसमें वह कहते दिख रहे हैं, “राजाओं-महाराजाओं का राज था। जो भी वह चाहते थे कर देते थे। किसी की जमीन चाहिए होती थी, उठा के ले जाते थे। कांग्रेस पार्टी और हमारे कार्यकर्ताओं ने देश की जनता के साथ मिलकर आजादी प्राप्त की। लोकतंत्र लाए और संविधान देश को दिलवाया।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक के बेलगामी में चुनावी रैली को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने राहुल गांधी के ताजा बयान को मुद्दा बनाया, जिसमें कांग्रेस नेता ने देश के राजा-महाराजाओं पर टिप्पणी की थी। पीएम मोदी के संबोधन में कहा कि, कांग्रेस के शहजादे को हमारे राजा-महाराजाओं (Khairagarh) के योगदान याद नहीं आते। ये वोटबैंक की राजनीति के लिए राजा-महाराजाओं के खिलाफ बोलने की हिम्मत करते हैं और नवाबों, बादशाहों और सुलतानों के खिलाफ एक शब्द बोलने की ताकत नहीं है।

 

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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