कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने पिछड़ों को आगे बढ़ाने के तर्ज में सवर्ण को पंक्ति के आखिरी कोने में खड़े करने कि जो चूक की उसका खामियाजा बहुत गंदे तरीके से भुगत रही है, पिछड़ी जाति के नेताओं को आगे बढ़ाने के चक्कर में अपना वजूद ही खत्म कर दे रही है, एक बात तो समझ में आ रही है की आज कि राजनीति वैश्याओ के कोठे से भी गई गुजरी हो गई है, मध्यप्रदेश में कांग्रेस को फिर झटका लगा, सूरत के बाद अब इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लिया बताया गया कि कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक मेंदोला के साथ भाजपा कार्यालय के लिए रवाना हो गए। जानकारी के अनुसार यहां बम भाजपा की सदस्यता लेंगे।
मतलब इंदौर में सूरत जैसा बड़ा खेल हो गया है। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है, ऐसे में इंदौर में भाजपा के सामने कांग्रेस की चुनौती खत्म हो चुकी है। गौर तलब हो खजुराहो लोकसभा सीट में पहले ही इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी ने जान बूझ कर गलत फार्म जमा किया और रेस से बाहर हो गई।
सवाल ये उठता है कि जीतू पटवारी जब से मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान सम्हाले है पार्टी तितर बितर हो गई, आज तक के सबसे फेलियर प्रदेश अध्यक्ष का तमगा लग गया है। अब अगर जीतू पटवारी आगे भी पार्टी की कमान सम्हालेंगे तो कांग्रेस को मध्य प्रदेश में खत्म होने से कोई रोक नहीं सकता।
अक्षय बम, तुम तो “फुस्सी बम” निकले, तुमसे अच्छी तो वैश्यायें हैं, जो अपने फ़्रोफ़ेशन के प्रति ईमानदार होती हैं, कितने में बिके हो ??
वक्त हमेशा बदलता है, जिस कारण बिके हो,वही कारण हमेशा क़ायम रहेगा और वही तुम्हें भविष्य में शिकंजे में भी लेगा….
विश्वासघात मंहगा पड़ेगा
मुझे मालूम था तुम्हारी क़ीमत लग चुकी है,इससे मैं 15 दिन पहले पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को बता चुका था, आख़िरकार वह सच साबित हुआ…..इसी ख़ातिर मैंने तुम्हारे पक्ष में आज तक कुछ नहीं बोला क्योंकि मुझे मालूम था कि मेरी भावनायें किसी “गद्दार” को समर्पित हो सकती हैं, मेरा पूर्वानुमान सच साबित हुआ, तुम वही हो जिसने विधानसभा के संपन्न चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी श्री राजा मंगवानी जी से बहुत पैसा भी लिया और उनकी पीठ में छुरा भी भोंका था !
अब अपनी वल्दीयत भी बदल लेना….
धंधेबाजों और दौलत से मोहब्बत करने वालों की कोई विचारधारा होती ही नहीं है,दूसरे धंधेबाज़ों की तरह तुमने भी यह साबित कर दिया…
“केके मिश्रा कांग्रेस नेता के X अकाउंट से “