लोकसभा चुनाव 2024 के परिप्रेक्ष्य में कमिश्नर शहडोल संभाग बी. एस. जामोद, एडीजीपी शहडोल जोन डीसी सागर ने डीआईजी शहडोल रेंज सविता सोहाने, कलेक्टर शहडोल तरुण भटनागर एवं पुलिस अधीक्षक शहडोल कुमार प्रतीक, जिले के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों, असिस्टेंट कमाण्डेंट सीआरपीएफ संतोष कुमार, डीएसपी यातायात, डीएसपी महिला शाखा, रक्षित निरीक्षक तथा थाना कोतवाली, थाना सोहागपुर एवं पुलिस लाईन शहडोल के पुलिस बल के साथ शहडोल शहर में फ्लैग मार्च एवं नुक्कड़ सभा किया।
कमिश्नर शहडोल संभाग द्वारा नुक्कड़ सभा में निवेदन किया कि दुकानदार ग्राहकों को बतायें कि वह 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव में मतदान करने मतदान केन्द्र में अवश्य जायें। 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव की तिथि को दोहराते हुए इसे लोकतंत्र का पर्व बताया और मतदाताओं से अपील की कि आप भयमुक्त होकर मतदान करें, आपकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात है।
एडीजीपी ने बताया गया कि फ्लैग मार्च का उद्देश्य : जनता का पुलिस व प्रशासन के प्रति विश्वास जाग्रत रहे। कानून व्यवस्था सशक्त रहे। अपराधों की रोकथाम हो। त्योहार शांतिपूर्ण रहें। चुनाव के दौरान भयमुक्त वातावरण में वोटर निडरता से वोट दें। वोटर टर्न आउट उत्कृष्ट हो। साथ ही नुक्कड़ सभा में जनता को आश्वस्त किया कि पुलिस, प्रशासन एवं सीआरपीएफ का बल जनता के जान-माल की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के जज्बे से निष्ठापूर्वक लोकसभा चुनाव के दौरान ड्यूटी करेगा।
एडीजीपी ने उत्साहवर्धन के लिए स्वरचित स्लोगन जारी किया :
लोकतंत्र की आवाज़ हॅूं मैं।
मतदान के लिए तैयार हूँ मैं।।
डीआईजी शहडोल रेंज ने जनता से अपील किया कि मतदान करने के लिए जनता आसपास के मतदाताओं को प्रोत्साहित करें और अपनी राष्ट्रभक्ति का परिचय दें। कलेक्टर शहडोल द्वारा आमजन को संदेश दिया गया कि यदि किसी वयस्क व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में नहीं जुड़ा है तो वह व्यक्ति जिला दण्डाधिकारी कार्यालय अथवा भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाईट पर जाकर अपना नाम मतदाता सूची में निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत जुड़वा सकता है। पुलिस अधीक्षक द्वारा भयमुक्त होकर मतदान करने के लिए जनता से आग्रह किया और समझाईश दी कि यदि कोई उन्हें मतदान करने से रोकता है तो इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ माननीय भारत निर्वाचन आयोग के सी-विजिल एप पर भी दर्ज कर सकते हैं। सीआरपीएफ के अतिरिक्त कमाण्डेंट संतोष कुमार द्वारा यह कहा गया कि सीआरपीएफ जनता की सुरक्षा के लिए तैनात है और दूर-दूर तक कोई भी असामाजिक तत्व निर्वाचन प्रक्रिया में बाधा डालने की हिम्मत नहीं कर सकता।