वही तरीका और तड़ातड़ फायरिंग…मूसेवाला मर्डर केस से मिलता जुलता है नफे सिंह हत्याकांड

हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या का तरीका पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर से मिलता-जुलता है। दोनों हत्याकांड को एक ही स्टाइल में अंजाम दिया गया। राठी की बीते दिन शाम को झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में बराही रेलवे फाटक के पास उस समय गोलियां मारकर हत्या कर दी गई जब वह अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी में कहीं जा रहे थे। वहीं पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की 29 मई, 2022 की शाम को मूसेवाला गांव में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या की गई थी।

नफे सिंह राठी की मौत के बाद से उनके घर में मातम पसर गया है। राठी की मौत के बाद कई दिग्गज नेताओं ने शोक भी जताया। यहां तक की हत्यारों के जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग भी उठाई जा रही है। हालांकि परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे।
2 बार रह चुके विधायक
राठी की उम्र लगभग 65 साल थी और वो 10वीं तक पढ़े हुए थे। परिवार में उनके दो बेटे हैं, जिनमें नाम भूपेंद्र और जितेंद्र हैं। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने राठी को दो साल पहले ही पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। राठी हरियाणा विधानसभा में 2 बार विधायक रह चुके हैं और हरियाणा की पूर्व विधायक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष भी थे। वर्ष 2009 में राठी रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। वो 2 बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन और कुश्ती संघ (भारतीय स्टाइल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।

HC ने नफे सिंह को दिया था नोटिस
जानकारी के मुताबिक 11 जनवरी 2023 को पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र जगदीश नंबरदार ने आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद पूर्व विधायक नफे सिंह राठी और उनके भांजे सोनू पर जगदीश नंबरदार को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था। जगदीश नंबरदार की आत्महत्या के मामले में पिछले साल अगस्त में आरोपी नफे सिंह राठी को हाईकोर्ट ने नोटिस भेजा था।

वहीं इस मामले में मृतक जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार और पुत्र गौरव राठी ने नफे सिंह की जमानत रद्द करने की याचिका दायर की थी। 24 जनवरी 2023 को उक्त मामले में नफे सिंह की अग्रिम जमानत हुई थी। इसके बाद जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार ने नफे सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि आरोपी उनके गवाहों को धमका रहे हैं।

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हम आपको बता दें कि गुजरात में पार्टी का यह अधिवेशन 64 साल के बाद हो रहा है। इस अधिवेशन का विषय “न्याय पथ : संकल्प, समर्पण, संघर्ष” होगा। इस अधिवेशन के जरिए जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा। पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य अधिवेशन में शामिल होंगे।

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